वेब सीरीज रुद्र द एज ऑफ डार्कनेस का ट्रेलर रिलीज(“Rudra - The Edge of Darkness"). इस वेब सीरीज से अजय देवगन (Ajay Devgn, Digital Debut) कर रहे हैं डिजिटल डेब्यू. रुद्र में अजय एक बार फिर कॉप लुक में नजर आ रहे हैं . अजय के अलावा में राशि खन्ना (Raashi Khanna), ईशा देओल (Esha Deol), अतुल कुलकर्णी, अश्विनी कालसेकर, तरुण गहलोत, आशीष विद्यार्थी और सत्यदीप मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएंगे. ‛रुद्र- द एज ऑफ डार्कनेस’ ब्रिटिश वेब सीरीज ‘लूथर’ की रीमेक है. ('Rudra - The Age of Darkness' is a remake of the British web series 'Luther'.)
भारत सहिष्णु और प्यार के साथ रहनेवाला देश है ऐसा कहा जाता है।यहाँ विरोधी विचारो को सुना जाता है तथा अगर विरोधी विचारो में कोई अच्छी बात हो तो उन अच्छी बातों को जीवन में शामिल किया जाता है। ऐसा अब तक होता था पर अब ये आदत कही खो रही है। आज अगर किसी बात से सहमती नहीं दिखाई तो बहुत गलत व्यवहार किया जाता है । लेकिन समाज इस बात को स्वीकारता नहीं है। पिछले दिनों जब कोर्ट की ओर से राष्ट्रगीत को जरूरी बनाया गया तब इसके गलत परिणाम होने की शंकाए थी और हुआ भी ऐसा ही।
राष्ट्रगीत के दौरान खड़े न होने के कारण चेन्नई में कुछ लोगो के साथ मारपीट की गयी है। खुद को वैचारिक, संवेनदशील कहनेवाले इन राष्ट्रभक्तो ने इस दौरान महिला के साथ बदसलूकी की। जिन्होंने मारपीट की उनका कहना है की थिएटर में राष्ट्रगान के दौरान कुछ लोग खड़े नहीं हुए ,इस बात का बुरा सिर्फ मुझे ही नहीं, दूसरे कई लोगों को लगा। इसमें एक युवक और दो युवतियों को सेल्फी लेते देखा गया। इसके बाद कुछ लोगों के साथ उनकी कहासुनी हुई और फिर उनके साथ मारपीट की गई. चश्मदीदों का कहना है कि राष्ट्रगान के दौरान कुल नौ लोग अपनी सीटों पर बैठे रहे।
इस बात को समझ भी लिया जाए तो तब भी राष्ट्रगीत के लिये खडे न रहने पर पिटाई करना योग्य नही है। राष्ट्रगीत के लिये खडा रहना या न रहना इस के लिये जोर जबरदस्ती नही होनी चाहिए ।
इस आक्रमक घटना के बाद ऐसा लग रहा है कि हिंसा का विस्फोट होने कि शुरवात हो रही है। इस हिंसा के विस्फोट को अहिंसा के माध्यम से वक़्त रहते समाप्त करना होगा।
अहिंसा को निष्ठा के केंद्र में रखकर एक अलग नीति बनाएं तो राष्ट्रीय जीवन को समृद्ध बनाना भी आसान हो जाएगा।


Comments
Post a Comment