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Rudra Trailer Out : अजय एक बार फिर कॉप लुक में

वेब सीरीज रुद्र द एज ऑफ डार्कनेस का ट्रेलर रिलीज(“Rudra - The Edge of Darkness"). इस वेब सीरीज से अजय देवगन (Ajay Devgn, Digital Debut) कर रहे हैं डिजिटल डेब्यू. रुद्र में अजय एक बार फिर कॉप लुक में नजर आ रहे हैं . अजय के अलावा में राशि खन्ना (Raashi Khanna), ईशा देओल (Esha Deol), अतुल कुलकर्णी, अश्विनी कालसेकर, तरुण गहलोत, आशीष विद्यार्थी और सत्यदीप मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएंगे. ‛रुद्र- द एज ऑफ डार्कनेस’ ब्रिटिश वेब सीरीज ‘लूथर’ की रीमेक है. ('Rudra - The Age of Darkness' is a remake of the British web series 'Luther'.)

साथिया...... हम है ना


आकर्षण आणि सेक्स या विषयांच्या चर्चा भारतीय समाजात अजून ही गुपचूप केल्या जातात. आकर्षण आणि सेक्स याबद्दल मोकळेपणाने न बोलले गेल्याने या गोष्टींविषयी लोक भ्रमित आहेत. युवा वर्ग आणि अल्पवयीन मुले आकर्षण व सेक्स बद्दल कोणाला ही सांगण्यास घाबरतात कारण जर या गोष्टी कोणाला सांगितल्या तर लोक आणि कुटुंब आपल्याला चुकीचे समजतील असा समज मुलांचा व युवा वर्गाचा आहे.

वाढत्या वयात भिन्नलिंगी किंवा समलिंगी व्यक्तीकडे आकर्षित होणे साहजिकच असते. वाढत्या वयात मुलांच्या व युवा वर्गाच्या शरीरात बदल होत असतात त्यामुळे त्यांना भिन्नलिंगी किंवा समलिंगी शरीराचे आकर्षण यांची योग्य माहिती देण्याची जबाबदारी पालक आणि शिक्षकांची असते. असे असताना ना शिक्षक त्यांना योग्य माहिती देतात ना पालक. अपुऱ्या माहितीला पूर्ण माहितीत  बदलण्यासाठी व या गोष्टींची उत्सुकता यामुळे मग मुले आणि युवा वर्ग अश्लील माहिती असणाऱ्या संकेतस्थळांना चोरून भेट देतात. या  संकेतस्थळाना भेट देताना ते हे विसरतात कि या संकेतस्थळावरील छायाचित्रे व चित्रपट यात संपूर्ण माहिती दिलेली नसते. त्या फक्त मनोरंजनासाठी बनवलेल्या असतात. या चोरून माहिती मिळवण्याच्या उत्साहात अनेक वेळा ते काहीतरी चुकीचे वर्तन करून बसतात आणि या वर्तनाचा मग त्यांच्या जीवनावर गंभीर परिणाम होतो.

आकर्षण आणि सेक्स याबाबत अजून समाजातील लोक लाज बाळगत असले तरी आरोग्य मंत्रालयाने वाढत्या वयात भिन्नलिंगी किंवा समलिंगी व्यक्तीकडे आकर्षित होणे साहजिकच असते हे जे वक्तव्य केले आहे ते योग्य आहे. आरोग्य मंत्रालयाने मुलांना समजून घेण्याचा प्रयत्न केला आहे . यासाठी आरोग्य मंत्रालय कौतुकास पात्र ठरले आहे. आरोग्य मंत्रालय  यासाठी ‘साथिया’ या उपक्रमाच्या माध्यमातून जनजागृती देखील करणार आहे. वाढत्या वयात भिन्नलिंगी किंवा समलिंगी व्यक्तीकडे आकर्षित होणे या बद्दल लाजून माहिती लपवण्यापेक्षा आरोग्य मंत्रालयाच्या उपक्रमात पालकांनी सहभागी होऊन योग्य पद्धतीने मार्गदर्शन केल्यास मुलांना व युवा वर्गाला भरकटण्यापासून रोखण्यात यश मिळेल.



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