वेब सीरीज रुद्र द एज ऑफ डार्कनेस का ट्रेलर रिलीज(“Rudra - The Edge of Darkness"). इस वेब सीरीज से अजय देवगन (Ajay Devgn, Digital Debut) कर रहे हैं डिजिटल डेब्यू. रुद्र में अजय एक बार फिर कॉप लुक में नजर आ रहे हैं . अजय के अलावा में राशि खन्ना (Raashi Khanna), ईशा देओल (Esha Deol), अतुल कुलकर्णी, अश्विनी कालसेकर, तरुण गहलोत, आशीष विद्यार्थी और सत्यदीप मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएंगे. ‛रुद्र- द एज ऑफ डार्कनेस’ ब्रिटिश वेब सीरीज ‘लूथर’ की रीमेक है. ('Rudra - The Age of Darkness' is a remake of the British web series 'Luther'.)
शशिकला अब तमिलनाडु की अगली मुख्यमंत्री होगी। शशिकला के मुख्यमंत्री बनने से अन्ना द्रमुक के लोग काफी खुश है लेकिन भारतीय लोकतंत्र की बात की जाए तब शशिकला का इस तरह मुख्यमंत्री बनना एक तरीके से गलत है। शशिकला के इस तरह से मुख्यमंत्री बनने का कारण अन्नाद्रमुक की व्यक्ति-पूजा संस्कृति है।
शशिकला का राजनीतिक अनुभव बस दो माह का है। सरकार या प्रशासन का तो तनिक भी अनुभव नहीं है। फिर भी शशिकला प्रशासनिक तंत्र की बारीकियों को बखूबी समझती हैं बल्कि राजनीति के हर दांव-पेच की गहरी समझ भी रखती हैं। शशिकला को मुख्यमंत्री बनाने के बाद विपक्षी दलों ने अन्नाद्रमुक को निशाने पर लिया है और इस फैसले की आलोचना की है पर विपक्ष भी व्यक्ति पूजा को महत्व देने वाला ही रहा है। विपक्ष के साथ साथ राज्यसभा सांसद और पार्टी से निष्कासित नेता शशिकला पुष्पा ने शशिकला नटराजन के तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने का विरोध किया और आरोप लगाया कि उनकी ‘‘आपराधिक पृष्ठभूमि'' है। शशिकला पुष्पा ने पीएम को चिट्ठी लिखकर सत्ता परिवर्तन का विरोध किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तमिलनाडु के राज्यपाल सीएच विद्यासागर राव को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, ‘‘आपराधिक पृष्ठभूमि के कारण शशिकला नटराजन को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनाने के लिए नामित या आमंत्रित करना निंदनीय है। सभी आपराधिक मामले लंबित हैं और (वह) निचली अदालत में दोषी ठहराई गई हैं।''
परिवारवाद को सभी दलों में महत्व दिया जाता है किंतु इस पर बात करने पर और सवाल पूछने पर राजनितिक दल भागने की कोशिश करते है और खुद को लोकतांत्रिक बताते हैं। सभी दलों में लोकतंत्र के प्रति आदर सिर्फ कहने के लिए है। खुद के दल से लोकतंत्र की शुरुवात कर के ही उदाहरण पेश किया जा सकता है। फिलहाल बीजेपी में नरेंद्र मोदी नेतृत्व, इसके अलावा काँग्रेस में गाँधी नेतृत्व, बीएसपी में मायावती नेतृत्व और सपा में मुलायमसिंग यादव नेतृत्व ये राजनितिक दलों के परिवारवाद के उदहारण है।
शशिकला के तमिलनाडु के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने परिवार के लोगों की राजनीतिक महत्वाकांक्षा पर रोक लगाने की होगी। शशिकला जीवन की कसौटी में क्या कमाल दिखती है यह वक़्त आने पर पता चलेगा पर उम्मीद की जानी चाहिए की वह तमिलनाडु के साथ साथ देश की राजनीति में कुछ बेहतर योगदान दे।

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ReplyDeleteThank You 🙏🙏
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