वेब सीरीज रुद्र द एज ऑफ डार्कनेस का ट्रेलर रिलीज(“Rudra - The Edge of Darkness"). इस वेब सीरीज से अजय देवगन (Ajay Devgn, Digital Debut) कर रहे हैं डिजिटल डेब्यू. रुद्र में अजय एक बार फिर कॉप लुक में नजर आ रहे हैं . अजय के अलावा में राशि खन्ना (Raashi Khanna), ईशा देओल (Esha Deol), अतुल कुलकर्णी, अश्विनी कालसेकर, तरुण गहलोत, आशीष विद्यार्थी और सत्यदीप मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएंगे. ‛रुद्र- द एज ऑफ डार्कनेस’ ब्रिटिश वेब सीरीज ‘लूथर’ की रीमेक है. ('Rudra - The Age of Darkness' is a remake of the British web series 'Luther'.)
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद
बीजेपी ने मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ को चुना. योगी आदित्यनाथ के
मुख्यमंत्री बनने पर शायद शंका उत्पन हो सकती हैं की बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को
मुख्यमंत्री क्यों चुना ? पर योगी आदित्यनाथ के जरिये शायद बीजेपी ने आगे की
रणनीति तय की है. उत्तर प्रदेश में जातीय समीकरण और धर्म के समीकरण को न देखकर
योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री चुनकर बीजेपी ने यह दिखाया है की वह सब का साथ सबका
विकास की सोच के तहत काम करना चाहती है.
योगी आदित्यनाथ को भी यह बात पता होगी की बीजेपी ने उत्तर
प्रदेश में इसलिए जीत हासिल की क्योंकि लोग परिवर्तन चाहते थे. उत्तर प्रदेश में
अब तक सपा, बसपा ने सबसे ज्यादा राज किया किंतु उत्तर प्रदेश अब तक विकास नहीं कर
पाया. उत्तर प्रदेश की जनता चाहती है कि
राज्य जड़ता से बाहर निकले. उत्तर प्रदेश भी आसपास के राज्यों की तरह तरक्की करे. वह
भी अपने राज्य को एक आधुनिक विकसित प्रदेश के रूप में देखना चाहती है. पिछले कुछ
वर्षों में विकास के नाम पर वेस्टर्न यूपी के कुछेक जिलों थोड़ा बहुत काम हुआ है.
पूरब का क्षेत्र, जहां से खुद आदित्यनाथ आते हैं, अब
भी बदहाल और पिछड़ा है. वहां वर्षों से न तो कोई नया कारखाना लगा है न कोई नई
परियोजना शुरू हुई है. उस इलाके के बच्चे कुपोषण के शिकार हैं. वहां से बड़ी
संख्या में नौजवानों का पलायन हो रहा है. कानून-व्यवस्था की स्थिति भी बिगड़ी हुई
है. आए दिन दंगे-फसाद होते रहते हैं. जाहिर है, लोग इन सब से बाहर आना चाहते हैं.
इसलिए उन्होंने बड़ी उम्मीद के साथ बीजेपी के विकास के मुद्दे के पक्ष में खुलकर
जनादेश दिया है.
जनता ने अपना काम कर दिया अब बीजेपी
और योगी आदित्यनाथ की बारी है. योगी आदित्यनाथ की छवि भले ही कट्टर हिंदूवादी की
रही पर अब उन्हें इस छवि से बाहर निकलकर राज्य के लिए काम करना होगा. वक्त के साथ
इंसानों में बदलाव होते हैं, उम्मीद की जानी की चाहिए की योगी आदित्यनाथ खुद में
बदलाव करेंगे.

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