वेब सीरीज रुद्र द एज ऑफ डार्कनेस का ट्रेलर रिलीज(“Rudra - The Edge of Darkness"). इस वेब सीरीज से अजय देवगन (Ajay Devgn, Digital Debut) कर रहे हैं डिजिटल डेब्यू. रुद्र में अजय एक बार फिर कॉप लुक में नजर आ रहे हैं . अजय के अलावा में राशि खन्ना (Raashi Khanna), ईशा देओल (Esha Deol), अतुल कुलकर्णी, अश्विनी कालसेकर, तरुण गहलोत, आशीष विद्यार्थी और सत्यदीप मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएंगे. ‛रुद्र- द एज ऑफ डार्कनेस’ ब्रिटिश वेब सीरीज ‘लूथर’ की रीमेक है. ('Rudra - The Age of Darkness' is a remake of the British web series 'Luther'.)
साधु, संत,मुनि को भगवान के सबसे बड़े भक्त का दर्जा दिया जाता है. साधू, संतो, मुनि का कार्य भी यही है की वह सभी सही राह दिखाए पूरी दुनिया में कई ऐसे साधू, संत, मुनि हुए जिन्होंने सभी का मार्गदर्शन किया है. इसलिए सभी का नाम लिखना मुमकिन नहीं है. ऐसे में उन सभी साधू, संतो, मुनियों का शुक्रिया. साधू-मुनि-संत यानी कोई शक्ति नहीं बल्कि एक अवस्था है. इस अवस्था को पाना ना मुश्किल हैं और ना ही आसान नहीं.
आज 21 वी सदी के साधू, संतो, मुनियो की बात की जाए तब सही मार्गदर्शक होने के बजाय यह लोगों को अपनी बातों, कार्यों से गुमराह करते दिखाई देते है. साधू, संत, मुनि वासना, द्वेष इन बुरे गुणों से दूर होते हैं, पर आज के साधू, संत, मुनि इनके साथ जीते हुए नजर आते हैं. साधू, संत, मुनि के तौर लोकप्रिय होने के बाद अपनी लोकप्रियता और अपने प्रति लोगों के विश्वास का फायदा उठाकर यह साधू, संत, मुनि कई गलत काम करते हैं. इन गलत कामों से एक महिला का इस्तेमाल करना है. खुद को साधु-संत कहनवाले साधू महिलों की इज्जत नीलाम करते हैं. महिलाओं के साथ गलत व्यवहार (बलात्कार, या कई बार मज़बूरी का फायदा उठाकर शारीरिक संबंध बनाना ) करनेवाले साधू, संत, मुनि में बाबा राम रहीम, आसाराम, नित्यांनद ई. के बाद अब जैन मुनि शांति सागर भी शामिल है .
जैन मुनि शांति सागर इस वक्त जेल में हैं. जैन मुनि शांति सागर पर एक लड़की ने बलात्कार का आरोप लगाया है. लड़की का कहना है की मुनि ने धमकाते हुए रेप किया और किसी को बताने पर उसके माता-पिता को मार डालने धमकी भी दी.जैन मुनि शांति सागर ने आखिरकार कबूल कर लिया है कि उन्होंने लड़की के साथ शारीरिक संबंध बनाए थे. उन्होंने कहा की उन्होंने लड़की के मर्जी से शारीरिक संबंध बनाए थे पर उन्हें जानबुजकर बलात्कार के केस में फंसाया जा रहा है.
बाबा रहीम के गिरफ्तारी के वक्त लोगों ने हिंसक रूप अपनाया और सामजिक संपत्तियों के अलावा भी कई लोगों तकलीफ पहुंचाई. साधू, संत, मुनि बाबा इन लोगों के कुछ अच्छा कार्य किया है तब उनके प्रति आदर होना अच्छी बात है पर इसका यह मतलब नहीं की उनके प्रति आदर से अंधे होकर उनके गलत कामों को सही ठहराए.

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