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Showing posts from March, 2017

Rudra Trailer Out : अजय एक बार फिर कॉप लुक में

वेब सीरीज रुद्र द एज ऑफ डार्कनेस का ट्रेलर रिलीज(“Rudra - The Edge of Darkness"). इस वेब सीरीज से अजय देवगन (Ajay Devgn, Digital Debut) कर रहे हैं डिजिटल डेब्यू. रुद्र में अजय एक बार फिर कॉप लुक में नजर आ रहे हैं . अजय के अलावा में राशि खन्ना (Raashi Khanna), ईशा देओल (Esha Deol), अतुल कुलकर्णी, अश्विनी कालसेकर, तरुण गहलोत, आशीष विद्यार्थी और सत्यदीप मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएंगे. ‛रुद्र- द एज ऑफ डार्कनेस’ ब्रिटिश वेब सीरीज ‘लूथर’ की रीमेक है. ('Rudra - The Age of Darkness' is a remake of the British web series 'Luther'.)

टीम इंडिया की 19 महीने में लगातार 7 वीं सीरीज जीत

धर्मशाला- भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच धर्मशाला में खेले जा रहे अंतिम मुकाबले में भारतीय टीम ने धमाकेदार जीत हासिल की. अंतिम और निर्णायक मुकाबले में मेजबान भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से हरा कर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा किया. दुसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया से मिले 106 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने दूसरी पारी में 2 विकेट खोकर 106 रन बनाये और सीरिज 2-1 से अपने नाम की. इस जीत के साथ भारत ने एक रेकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया. भारत की यह लगातार सातवीं टेस्ट सीरीज जीत है. ऑस्ट्रेलिया के 106 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन भारत ने दो विकेट मुरली विजय (8) और चेतेश्वर पुजारा (0) के खोए. भारत की ओर से दुसरी पारी में लोकेश राहुल ने एक बार फिर 51 रन की पारी खेली और रहाणे 38 रन बनाकर नाबाद रहे. इन दोनों के इस पारी से भारत ने आसानी से 106 रन के लक्ष्य को हासिल किया. अजिंक्य रहाणे की शानदार टीम – इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम का दबदबा रहा. भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरिज के आखिर और महत्वपूर्ण टेस्ट मैच से पहले कप्तान विराट कोहली चोटिल हुए. ऐस...

मुंबई- अहमदाबाद महामार्गावर शिवसेनेचा चक्का जाम

विरार - शिवसेनेच्या खासदार रवींद्र गायकवाड यांच्याकडून एअर इंडियाच्या कर्मचाऱ्याला मारहाण करण्यात आल्याने रवींद्र यांच्याविरुद्ध गुन्हा दाखल झाला आहे तसेच त्यांच्या या कृत्यामुळे शिवेसेनेवर टीका केली जात आहे. शिवसेनेवर टीका होत असताना शिवसेनेचे कौतुक केले जावे असे काम शिवसेने ने करण्याचा प्रयत्न केला आहे. शिवसेनेने आज दुपारी मुंबई- अहमदाबाद महामार्गावर चक्का जाम केला. शिवसेनेच्या वतीने सुमारे अर्धा तास चक्का जाम करण्यात आला. मुंबई -अहमदाबाद महामार्गावरील वर्सोवा पुलाच्या धिम्या गतीने करण्यात येत असलेल्या कामाविरुद्ध व वाहतूक कोंडी विरुद्ध जाब विचारण्यासाठी हा चक्का जाम करण्यात आला होता. या चक्का जाममुळे वाहतूक कोंडी झाली होती. मुंबई –अहमदाबाद महामार्गावरील वर्सोवा पुलाला तडे गेले आहेत. या पुलाचे दुरुस्तीचे काम आय.आर.बी करत आहे. पण नऊ महिने उलटले तरी कामात गती नाही. कामातील संथ गतीने वाहतूक कोंडी होते व त्याचा त्रास नागरिकांना सहन करवा लागतो आहे. या वाहूतक कोंडीने नागरिक हैराण झाले आहेत. विशेष म्हणजे वर्सोवा पुलाच्या दुरुस्तीच्या काळात याठिकाणाहुन अवजड वाहने जाण्यास ठाणे आणि ...

राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद करना बेकार

राम मंदिर-बाबरी मस्जिद का मुद्दा धर्म माननेवालों लोगो के लिए हमेशा गर्व का मुद्दा रहा। इस मुद्दे को लेकर अभी भी कानूनी लड़ाई जारी है। हिन्दू लोगों कहना है की मंदिर बने वही मुस्लिम लोगों का कहना है मस्जिद बने।   इस मामले में विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अहम बात कही। सुप्रीम कोर्ट ने कहा की राम मंदिर- बाबरी मस्जिद को आपसी बातचीत से सुलझाया जाए।   अगर आपसी बातचीत सफल नहीं होती तो जरूरत पड़ने पर कोर्ट भी इस मामले में मध्यस्थता करने के लिए तैयार है।    कोर्ट के इस फैसले का सरकार और कुछ लोगों ने समर्थन किया , तो कुछ लोगों ने विरोध किया। बाबरी मस्जिद ऐक्शन कमिटी के संयोजक जफरयाब जिलानी ने साफ कहा है कि बातचीत का रास्ता पहले भी फेल हो चुका है , कोर्ट के हस्तक्षेप के बिना इसका फैसला मुमकिन नहीं है। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और AIMIM के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी कोर्ट की सलाह को एक तरह से खारिज करते हुए कहा कि यह मालिकाना हक का मामला है। उन्होंने ट्वीट कर कहा , ' कृपया याद कीजिए बाबरी मस्जिद मुद्दा मालिकाना हक का मामला है , जिसे इलाहाबाद उच्च न्यायालय ...

उत्तर प्रदेश में योगी के जरिये विकास की उम्मीद

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद बीजेपी ने मुख्यमंत्री के तौर पर योगी आदित्यनाथ को चुना. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने पर शायद शंका उत्पन हो सकती हैं की बीजेपी ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री क्यों चुना ? पर योगी आदित्यनाथ के जरिये शायद बीजेपी ने आगे की रणनीति तय की है. उत्तर प्रदेश में जातीय समीकरण और धर्म के समीकरण को न देखकर योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री चुनकर बीजेपी ने यह दिखाया है की वह सब का साथ सबका विकास की सोच के तहत काम करना चाहती है. योगी आदित्यनाथ को भी यह बात पता होगी की बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में इसलिए जीत हासिल की क्योंकि लोग परिवर्तन चाहते थे. उत्तर प्रदेश में अब तक सपा, बसपा ने सबसे ज्यादा राज किया किंतु उत्तर प्रदेश अब तक विकास नहीं कर पाया. उत्तर प्रदेश की जनता चाहती है कि राज्य जड़ता से बाहर निकले. उत्तर प्रदेश भी आसपास के राज्यों की तरह तरक्की करे. वह भी अपने राज्य को एक आधुनिक विकसित प्रदेश के रूप में देखना चाहती है. पिछले कुछ वर्षों में विकास के नाम पर वेस्टर्न यूपी के कुछेक जिलों थोड़ा बहुत काम हुआ है. पूरब का क्षेत्र , जहां से...

बीजेपी-कॉंग्रेसची नवीन वाटचाल

2014 लोकसभा निवडणुकीत बीजेपीने नरेंद्र मोदी यांच्या बळावर सर्वोत्कृष्ट कामगिरी करत सत्ता मिळवली होती. त्यावेळी नरेंद्र मोदी यांनी कॉंग्रेस या मजबूत पक्षाला पराभूत करून इतिहास रचला होता. 2014 च्या लोकसभा निवडणुकीची पुनरावृत्ती बीजेपीने 2017 मध्ये पाच राज्यांच्या निवडणुकीत केली आहे. 5 राज्यांपैकी 2 राज्याच्या विधानसभा निवडणुकीत बीजेपी ने यश मिळवले आहे. 2017 च्या उत्तर प्रदेश, पंजाब, मणिपूर, गोवा, उत्तराखंड या राज्यातील निवडणुका महत्वाच्या ठरल्या होत्या, कारण 2014 मध्ये सत्ता स्थापन केल्यानंतर पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांच्या काही निर्णयाची टीका करण्यात आली होती तर काहींची प्रशंसा करण्यात आली होती. नरेंद्र मोदी यांनी काही महिन्यापूर्वी घेतलेला नोटबंदीचा निर्णय चुकीचा आहे असे सांगण्याचा प्रयत्न एकंदरीत सर्व पक्षानी केला परंतु लोकांनी नोटबंदी च्या निर्णयाला समर्थन दिले. नोटबंदीच्या काळात लोकांना आपले रुपये बँकांमधून काढण्यासाठी व जमा करण्यासाठी रांगेत उभे रहावे लागले होते. यात काहींचा मृत्यू झाला होता. यावरून राजकीय टीका सुरु झाल्या होत्या. नोटबंदीने लोकांना त्रास झाला आहे. याचा बीजेपी ...

स्त्री को स्वतंत्रता का इंतज़ार

इस महिने और आनेवाले अनेक वर्षो तक भारत को कुछ बातें हमेशा याद रहेगी. उनकी चर्चा की जायेगी. यह बातें है राष्ट्रवाद (देशभक्ति) और स्त्री-पुरुष समानता की. देशभक्ति की तरह स्त्री-पुरुष समानता की बात अनेक वर्षो से हो रही है. 8 मार्च को पूरे दुनिया में स्त्री दिवस मनाया जाता है. इस दिन स्त्री शक्ति की बात की जाती है. स्त्री शक्ति के योगदान के लिए धन्यवाद दिया जाता है. इस दिन हर जगह अखबार से लेकर दूरदर्शन तक और आधुनिक समाज के लोकप्रिय माध्यम सोशल मीडिया तक इसे जोर शोर से मनाया जाता है. इस दिन स्त्री शक्ति के लिए ढेर सारे संदेश, कवितायें लिखी जाती है. 8 मार्च से पहले से ही सोशल मीडिया के माध्यम से अनेक संदेश, कवितायें एक दूसरे तक पहुंचाना (शेअर करना) शुरू हो जाता है. यह सब देखकर यही लगता है की नारी (स्त्री) शक्ति के महत्व को समाज बहुत महत्व देता है, उनका आदर करता है. पर असली बात यही शुरू होती है. समाज बस संदेश कवितायें शेअर करता है. समाज ने स्त्री शक्ति को आदर दिया है उसके महत्व को स्वीकार है यह बस कल्पनायें है, क्योंकि अगर समाजने स्त्री शक्ति को महत्व दिया होता, उसके प्रति आदर होता तो महि...

भावनाहीन समाज का कट्टरपंथी लोकतंत्र

गुरमेहर के साथ गलत व्यवहार ने साबित किया की सोशल मीडिया एक ऐसा विकृत स्वरूप है, जहां बातों का संदर्भ इस कदर बिगाड़ दिया जा सकता है कि कोई निर्दोष व्यक्ति खुद को पीड़ित महसूस करने लगे. सभी लोग मानवता, प्यार, लोकतंत्र की बात करते हैं, लेकिन सिर्फ बात करते है, हकीकत में मानवता और प्यार के मूल्य को बढ़ाने की बात की जाए तब लोग खुद के अंदर मौजूद अहंकार और नफरत को छुपाते हुए, दूसरों को दोष देते हुए यह कह देते है की बदलाव बहुत मुश्किल है. वह खुदको सुधारने के बजाए दूसरों की गलतियों को ढूंढ कर दूसरों को सुधरने से रोकते हैं. लोग खुद के बुराइयों को भूलकर निर्दोष व्यक्ति को तकलीफे देना शुरू कर देते हैं. अगर कोई किसी के बात से सहमत न हो तो उसे अलग दर्जे का व्यक्ति कहा जाता है. उसे अपना शत्रु मान लिया जाता है. गुरमेहर को अपशब्द कहकर और धमकी देकर समाज ने साबित किया की वह कट्टरपंथी देशो में शामिल होने के लिए भारत का  प्रतिनिधित्व कर रहा है. समाज की परिस्थिति ऐसी हो गयी है की समाज में यानी भारत में रहना है तो कट्टरपंथी विचारों को बढ़ावा देना होगा और धर्मिकता, राष्ट्रवाद, जाती के नाम पर आरक्षण ...

ज्ञान का घर श्रीकांत जिचकार

हम सभी ज्ञान के मामले में हमेशा एकदूसरे से तुलना करते है लेकिन खुद की तुलना करने के अलावा हम ज्ञानी लोगों की  भी एक-दुसरे से तुलना कर देते है. अल्बर्ट आइंस्टाइन, बाबासाहेब आंबेडकर, लिनार्डो दा विंसी, आइज़क न्यूटन यह प्रतिभा क्षेत्र के बड़े नाम है. हर व्यक्ति भी यही चाहता है की वह प्रतिभाशाली कहलाए. इसके लिए वह मेहनत भी करता है. हर व्यक्ति में कुछ न कुछ अच्छा गुण जरुर होता है. उस गुण को, उस शैली को उस व्यक्ति से कोई चुरा नहीं सकता. अल्बर्ट आइंस्टाइन, बाबासाहेब आंबेडकर, लिनार्डो डा विंसी, आइज़क न्यूटन इन प्रतिभाशाली व्यक्तियों की तरह एक और खास व्यक्ति है जिन्होंने अपने ज्ञान से सभी पर गहरी छाप छोड़ी है. दिवगंत श्रीकांत जिचकर के नाम 42 विश्वविद्यालयों से 20 डिग्रियां हासिल करने का रिकॉर्ड है। इस रेकॉर्ड को देखने, सुनने के बाद जुबान से एक ही शब्द निकलता है. अद्भुत. 1-   श्रीकांत जिचकार का जन्म-  श्रीकांत जिचकार का जन्म 14 सितंबर, 1954 को नागपुर के आजनगांव में हुआ. 2-   कौन-कौन सी थीं डिग्रियां... श्रीकांत ने सबसे पहले एमबीबीएस की डिग्री हासिल...

सहजता और सरलता

आज समाज में हर तरह के विकार निर्माण हुए है. धार्मिकता , राष्ट्रवाद , अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता खत्म करना , यह उन विकारो में सबसे बड़े विकार है. इन विकारों ने सभी जीवों के बीच हिंसा और नफ़रत को बढ़ाया है. इन परिस्तिथियों में समाज के हर एक जीव का जो आचरण रहा है वह भी चिंता बढ़ाता है. आज के इस विचलन या संकट की स्थिति में ऐसे वृत्ति की जरूरत है जो हर किसी के लिए सम्यक भाव रखती है तथा जो विश्वास का वातावरण बनाए , समाज में प्रदूषण की तरह फैल रही निराशा को निरस्त करे. सहजता और सरलता जीवन जीने की प्रक्रिया को आसान बनाते है. सहजता और सरलता की शुरुवात मुश्किल जरूर है पर असंभव नहीं है.