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Showing posts from January, 2017

Rudra Trailer Out : अजय एक बार फिर कॉप लुक में

वेब सीरीज रुद्र द एज ऑफ डार्कनेस का ट्रेलर रिलीज(“Rudra - The Edge of Darkness"). इस वेब सीरीज से अजय देवगन (Ajay Devgn, Digital Debut) कर रहे हैं डिजिटल डेब्यू. रुद्र में अजय एक बार फिर कॉप लुक में नजर आ रहे हैं . अजय के अलावा में राशि खन्ना (Raashi Khanna), ईशा देओल (Esha Deol), अतुल कुलकर्णी, अश्विनी कालसेकर, तरुण गहलोत, आशीष विद्यार्थी और सत्यदीप मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में नज़र आएंगे. ‛रुद्र- द एज ऑफ डार्कनेस’ ब्रिटिश वेब सीरीज ‘लूथर’ की रीमेक है. ('Rudra - The Age of Darkness' is a remake of the British web series 'Luther'.)

बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट टीम का ऐलान, पार्थिव पटेल बाहर, ओपनर अभिनव मुकुंद को 5 साल बाद मौका

  एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली राष्ट्रीय चयन समिति ने  बांग्लादेश के खिलाफ एक मात्र टेस्ट मैच के लिए आज टीम इंडिया की घोषणा कर दी है. इस टीम में रिद्धिमान साहा ने वापसी की है साथ ही अभिनव मुकुंद को भी मौका दिया गया है.  इस टीम में ओपनर अभिनव मुकुंद ने करीब पांच साल बाद वापसी की है.तमिलनाडु के अभिनव मुकुंद को तीसरे ओपनर बल्लेबाज के तौर पर टीम में शामिल किया गया है.  मुकुंद ने आखिरी बार 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट खेला था. मुकुंद ने अब तक खेले 5 टेस्ट मैचों में कुल 211 रन बनाए हैं, जिसमें एक फिफ्टी लगाई है और उनका बेस्ट स्कोर 62 रन रहा है. उन्होंने जून, 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ किंग्सटन में डेब्यू किया था. विशाखापत्तनम में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में चोटिल होकर टीम से बाहर हुए रिद्धिमान साहा ने ईरानी ट्रॉफी मैच में नाबाद दोहरा शतक जड़कर गुजरात के खिलाफ शेष भारत को जीत दिलाते हुए टीम में शानदार वापसी की है.वहीं इंग्लैंड सीरीज में शानदार खेल दिखाने वाले विकेटकीपर-बल्लेबाज पार्थिव पटेल को टीम से बाहर कर दिया गया है. इसके अलावा चोट से उबरने के बा...

पद्मावती सिर्फ काल्पनिक किरदार ?

लोगों का   कहना है कि उन्हें अपने धर्म, जाती, संस्कृति इतिहास से प्यार है । साथ ही यह भी पता है कि धर्म , जाती, संस्कृति, इतिहास के नाम पर किस तरह गुमराह किया जाता है। किन्तु लोगों के रहनसहन में  कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह तस्वीर उस बारे में बताती है.  झूठा अहंकार लोगों में है और वह ही सब के लिए पीड़ा का कारण बन रहा है। पद्मावती का इतिहास  पद्मावती का जो पूरा किस्सा है वो इतिहास नहीं है । 16 वीं शताब्दी में एक साहित्य लिखा गया था। मलिक मुहम्‍मद जायसी ने 1540 ईस्‍वी के आसपास महाकाव्‍य 'पद्मावत' लिखा था। इसमें पद्मावती नाम के किरदार की चर्चा है।  पद्मावती एक साहित्यिक किरदार थी न कि ऐतिहासिक किरदार। इतिहासकार कहते हैं कि अलाउद्दीन के जमाने में इस तरह के किसी किरदार का जिक्र नहीं मिलता। वे मानते हैं कि चारण परंपरा, लोक कथाओं, वाचक परंपरा और जनश्रुति के चलते यह किरदार सदियों से जीवित है। आखिर क्या है अलाउद्दीन के चित्तौड़ आक्रमण का सच? दिल्ली सल्तनत का दूसरा शासक अलाउद्दीन खिलजी ने चित्तौड़ पर सन 1303 में आक्रमण किया था।  इस हमले में खिलज...

गोल्डन नेस्ट परिसरातील आई- मुलीच्या दुहेरी हत्या प्रकरणी मित्रावर संशय

गोल्डन नेस्ट परिसरात आई- मुलीच्या दुहेरी हत्या प्रकरणी पोलीस दीपिकाच्या मित्राचा शोध घेत आहेत व यासाठी तीन पथके तयार करण्यात आली आहेत. दीपिका  आणि त्यांची 8 वर्षाची  मुलगी यांच्या  हत्येपूर्वी दीपिकाचा मित्र 25 तारखेला दीपिकाला भेटायला आले होते त्यावेळी दोघांचे भांडण झाले होते. भांडणानंतर मित्र तेथून निघाला होता. इमारतीतून बाहेर निघते वेळी त्यांनी आपला चेहरा लपवला होता. दीपिका आपल्या  मुलीसोबत गोल्डन नेस्ट परिसरातील सोनम सरस्वती बिल्डिंग मधील फ्लॅट  न . 401मध्ये  राहतात. दीपिकाचे पती कार्तिक यांच्यासोबत घटस्फोट झाल्यापासून त्या आपल्या पतीपासून वेगळे राहतात. गेल्या वर्षभरापासून त्या कार्तिक यांच्यापासून वेगळे होऊन मुलीसोबत राहतात व एका कॉल सेंटर मध्ये काम करतात. दीपिका व त्यांच्या मुलीचा मृतदेह कुजलेल्या अवस्थेत आढळला होता. शेजाऱ्यांना दुर्गंधी येऊ लागल्याने त्यांनी याची माहिती पोलिसांना दिली. माहितीनुसार पोलीस घटनास्थळी दाखल झाले व त्यांनी मृतदेह ताब्यात घेऊन शवविच्छेदनासाठी पाठवला होता. 

जल्लीकटू के बाद बैलगाड़ी दौड़ के लिए आंदोलन

अच्छी बातें सीखने के  लिए समय लगता है किंतु बुरी बातें जल्दी सीखी जा सकती है । यही अब महाराष्ट्र में दिख रहा है जल्लीकटू के बाद बैलगाड़ी दौड़ के खेल के लिए लोगों ने आंदोलन किया और साथ ही सरकार को चेतावनी दी की यदि बैलगाड़ी दौड़ शुरू नहीं की गयी तो आंदोलन का असर बढ़ता जाएगा। इस बात से पता चलता है की सरकार बेबस है । सरकार सिर्फ कहने के लिए सत्ता में है । सरकार को कड़े फैसले लेने होंगे और संस्कृति के नाम पर उथलपुथल मचानेवालों  को रोकना होगा। सर्जीकल स्ट्राइक और नोटबंदी से आदर्श लेकर संस्कृति और धर्म जाती के विकार को खत्म करना होगा।   

फिल्म निर्माता से मारपीट निंदनीय

राजस्थान के जयपुर में फिल्म ‘पद्मावती’ की शूंटिंग के दौरान करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने निर्देशक संजय लीला भंसाली के साथ मारपीट की। करणी सेना ने फिल्म में रानी पद्मावती के साथ अलाउद्दीन खिलजी का रोमांस दिखाए जाने का आरोप लगाया है। आरोप को सच भी मान लिया जाए, तब भी संजय के साथ हिंसा करना उचित नहीं था। विवाद को बातों से भी सुलझाया जा सकता है। फिल्मी दुनिया के लोग संजय को समर्थन दे रहे हैं, पर कुछ लोग धर्म,जाति के नाम पर बंटवारा करने की कोशिश कर रहे हैं । ऐसे लोगों को अनुराग कश्यप ने सटीक जवाब दिया है। समझदार लोगों के कारण गलत विचार को रोकने की कोशिश थोड़ी ही सही, लेकिन सफल हुई है। 

बेबस सरकार और लोकतंत्

भारत सिर्फ कहने के लिए लोकतांत्रिक है।  यहां पे सरकार  के किसी नेता और बाकी के लोगों में  हिम्मत  नहीं की वह धर्म , जाती  को खत्म कर सके। नेता भी लोगों से और विपक्ष के नेताओं से डरते है।  नरेन्द्र मोदी नोटबंदी का फैसला कर सकते हैं पर धर्म जाती के विकार को समाप्त करने की हिम्मत उनमें भी नहीं है। देवेंद्र फडणवीस ने भी डर के कारण घुटने टेक दिए।   महाराष्ट्र में सरकारी कार्यालयों में धार्मिक विधि करने और देवी-देवताओं की फोटो लगाने पर रोक लगाने का सर्कुलर ग्रामीण विकास विभाग की ओर से जारी किया गया था। महाराष्ट्र के ग्रामीण विकास जलसंधारण विभाग की ओर से 4 जनवरी को अपने अधिकारियों-कर्मचारियों के लिए अंतर्गत सर्कुलर जारी किया गया था। इसमें सरकारी व अर्धसरकारी कार्यालयों में धार्मिक विधि, त्यौहार व उत्सव मनाने पर रोक लगा दी गई थी।  इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों के दीवारों पर देवी- देवताओं  की लगाई गई फोटो हटाने और किसी भी प्रकार का कोई भी धार्मिक संदेश नहीं लिखने का निर्देश दिया गया था। जारी सर्कुलर में कहा गया था कि सरकारी कार्...

गोडदेव इलाके से नकली नोटों के साथ दो लोग गिरफ्तार

भ्रष्टाचार और आर्थिक व्यवहारों को पारदर्शी बनाने के लिए नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला लिया  था। नोटबंदी के फैसले के बाद लोगो को तोड़ी परेशानी हुयी, किन्तु लोगो ने मोदी को समर्थन दिया।  इस दौरान कई बार नए नोट बरामद किये गए इस वजह से मोदी के फैसले पर सवाल उठे।  इन सारे सवालों के बीच दिन बीत गए और लगा के हालात सामान्य हो गए हैं पर फिर एक बार नए नोट बरामद किये जाने का मामला सामने आया है। मीरा  भायंदर के गोडदेव इलाके से दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन लोगो को 2000 रुपये के नए नोटों के प्रिंट पेपर के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार किया है।पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी की कुछ लोग जाली नोट इस्तेमाल में लाने वाले है।  इस सूचना के बाद पुलिस ने जाल बिछाया और इन दो लोगों को गिरफ्तार  किया है।  गिरफ्तार किये हुए दोनों लोग इस्टेट एजेंट का काम करते हैं। पुलिस की जानकारी के अनुसार इन  दोनों ने रुपयों की जरुरत के कारण ऐसा किया है। शुरुवात में इन लोगों ने इन नकली नोट का इस्तेमाल बियर शॉप में किया।  वहाँ पकडे न जाने के कारण इनकी हिम्मत बड़ी और वह ...

भारतीयता का गर्व सिर्फ एक दिन का

भारत एक लोकतांत्रिक प्रदेश है लेकिन इस लोकतंत्र को पिछले कुछ सालो में लगातार विकृत विचारो और कृत्यों का सामना करना पड़ा है। राष्ट्रगीत को खड़े रहने की सकती, आरक्षण को लेकर आंदोलन।  इस तरह की घटनाओं ने लगातार लोकतंत्र पर प्रहार किया। लोकतंत्र के नजरिये से सिर्फ एक बात अच्छी है की कई बार असफल रहने के बावजूद कम से कम 1% लोग विकृत विचारधारा और कृत्यों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।  लोग सिर्फ 15 अगस्त और 26 जनवरी  के दिन कुछ पलों के लिए भारत पर गर्व महसूस करते है।  कुछ पलों बाद फिर वही कहानी दोहराते हैं की मैं उस धर्म का, उस जाती का, उस शहर का हूँ।  जिस दिन लोग एक व्यक्ति के तौर पर रहना सिख लेंगे उस दिन भारतीय लोकतंत्र की सही शुरुवात होगी।

चित्रपट पाहणे न पाहणे स्वतःचा निर्णय

 रईस चित्रपट पाहायचा कि नाही  तो प्रत्येकाचा वैयक्तीक निर्णय आहे. अशा लोकांमुळे चित्रपट थांबवणे चुकीचे आहे. सरकार आणि लोक अनेकवेळा अशा घटना थांबवण्याच्या गोष्टी करतात पण थांबवत नाहीत व थेटर्स मालक ही विरोध करणाऱ्या लोकांना थांबवत नाहीत. सरकार आणि लोकांनी  मिळून  अशा लोकांना थांबवण्याची गरज आहे. https://www.youtube.com/watch? v=Jq9u8Czkie0

दलबदलु

कुछ दिनों से निवर्तमान और पूर्व विधायकों तथा अन्य टिकटार्थियों के इस पाले से उस पाले में जाने की खबरें रोजाना आती रही हैं। यह सब यही बताता है कि हमारी राजनीति विचारधारा, मूल्यों और अनुशासन तथा प्रतिबद्धता से विहीन हो चुकी है। दलों के बीच कोई ठोस फर्क है, तो नाम और निशान में। राजनीतिकों में लोकलाज भी नहीं रह गई है। जिस पार्टी में वे बरसों या दशकों तक काम कर चुके होते हैं, उससे वे एक झटके में किनारा कर लेते हैं, बस इसलिए कि उन्हें या उनके किसी परिजन, करीबी, चहेते को टिकट नहीं मिला। नीतियों, सिद्धांतों और कार्यप्रणाली को लेकर गहन मतभेद हों, तो अलग होना समझा जा सकता है। पर फौरी तथा क्षुद्र स्वार्थों के लिए पालाबदल हमारी राजनीति का एक सर्वाधिक चिंताजनक पहलू है।

मूर्खों की कमी नहीं है देश में

कलाकार , खिलाड़ी या कोई और हो जिसने समाज में अपना बहुमूल्य योगदान दिया है उसका  आदर करना अच्छी  बात है। पर यह बात भारत में गलत साबित हो जाती क्योंकी यहाँ के लोग यूँ तो खुद को समजदार कहते है पर उनकी समझदारी विपरीत परिस्थितियों या किसी लोकप्रिय व्यक्ति से मिलते हुए देखने मिलती है। यह लोग इतने बेकाबू हो जाते की मानो जैसे उनके बीच कोई ऐसा है जो बाकियों से अलग है। शाहरुख से मुलाकात के लिए बड़ोदा में लोग बेकाबू हो गए। शाहरुख अपनी फिल्म रईस का प्रचार करने के लिए मुंबई से अगस्त क्रांति राजधानी एक्सप्रेस में बैठकर दिल्ली के लिए रवाना हुए। रास्ते में जहां-जहां ट्रेन रुक रही थी, शाहरुख गाड़ी से निकलकर अपने फैंस का अभिवादन कर रहे थे। शाहरुख ने वापी, वलसाड़ और सूरत स्टेशनों पर अपने सैकड़ों फैंस को वहां आने के लिए शुक्रिया कहा। जैसे जैसे ये न्यूज टीवी पर प्रसारित हो रही थी आगे के स्टेशनों पर भीड़ उतनी ही बढ़ती जा रही थी। जिन लोगों को शाहरुख के इस प्लान के बारे में पता नहीं था वो भी स्टेशनों पर उनकी एक झलक के लिए जा पहुंचे। वडोदरा स्टेशन पर शाहरुख़ से मिलने के लिए क्रिकेटर बंधु यूसुफ और...

पर्सनल बोर्डों को सही फटकार

सर्वोच्च न्यायालय ने चर्च कोर्ट के जरिए दिये जानेवाले  तलाक को असंवैधानिक करार दिया है। इस ऐतिहासिक फैसले को सुनते हुए न्यायाधीश जेएस खेहर और न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ के खंडपीठ ने कहा कि, गिरिजाघर की अदालत में क्रिश्चियन पर्सनल लॉ के तहत मंजूर किए गए तलाक वैध नहीं है। पर्सनल लॉ के कानून कानून की अवहेलना नहीं कर सकते । इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कर्नाटक कैथोलिक एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष क्लारेंस पेस की तरफ से दायर की गयी याचिका को  खारिज कर दिया जिसमें चर्च कोर्ट द्वारा दिए गए तलाक के मामले को कानूनी मान्यता दिए जाने की मांग की गई थी।  चीफ जस्टिस जेएस खेहर और जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच ने इस मामले कहा कि 1996 में सुप्रीम कोर्ट से मॉली जोसेफ बनाम जॉर्ज सेबेस्टियन के मामले में पहले ही फैसला दिया जा चुका है और इससे संबंधित व्यवस्था दी जा चुकी है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि डिवॉर्स ऐक्ट आने के बाद से पर्सनल लॉ के तहत शादी खत्म करने के प्रावधान का कोई कानूनी प्रभाव नहीं है। इस ताजा मामले में सर्वोच्च अदालत ने केंद्र सरकार की भी राय मांगी थी। केंद्...

सहवाग के ट्वीट लोकप्रिय

इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे  वनडे मुकाबले में युवराज और महेन्द्रसिंह धोनी के शतक के बल पर भारतीय टीम ने मुकाबला 15  रनों से जीता। इस जीत के बाद सहवाग ने धोनी और युवराज की तारीफ़  की| पर सहवाग का युवराज को लेकर किया ट्वीट काफी लोकप्रिय रहा उन्होंने लिखा की इस आदमी ने कैंसर को मात दी और आज इसने इंग्लैंड के गेंदबाज़ों को हराया. हर किसी को इससे सीखना चाहिए कि ज़िन्दगी में कभी हार नहीं माननी चाहिए.' तुम पर गर्व है युवराज सिंह| https://mobile.twitter.com/virendersehwag/status/822117061182758912?p=v सहवाग के इस ट्वीट के बाद उनके इस ट्वीट को जमकर समर्थन और प्रतिक्रियाएं मिली।

जल्लीकट्टू उत्सव सिर्फ बहाना है

जल्लीकट्टू पर  प्रतिबन्ध लगाए जाने के बाद तमिलनाडु में लोगों के साथ साथ फिल्म इंडस्ट्री के कलाकार भी जल्लीकट्टू पर प्रतिबन्ध लगाए जाने का विरोध करनेवाले इन समर्थकों के पक्ष में आगे आए हैं। सुपरस्टार रजनीकांत, प्रभु देवा, कमल हासन, धनुष, अजित समेत कई शख्सियत इस प्रदर्शन में जुटे हैं । सभी संस्कृती बचाने की बात कर रहे। लेकिन यही लोग भारत से धर्म ,जाती,भाषा के नाम पर होनेवाले विवाद और इंसानी जीव को , प्राणी जीव को देवता बनाने वालों को रोकने के लिए आगे क्यों नहीं आते? क्या है जल्लीकट्टू? तमिल भाषा जानने वालों का कहना है कि ‘जल्ली’ शब्द दरअसल ‘सल्ली’ से आया है जिसका मतलब होता है ‘सिक्के’ और कट्टू का अर्थ है ‘बांधा हुआ।’ जल्लीकट्टू सांडों का खेल है जिसमें उसके सींग पर कपड़ा बांधा जाता है।जो खिलाड़ी सांड के सींग पर बांधे हुए इस कपड़े को निकाल लेता है उसे ईनाम के रूप में सिक्के या रुपए मिलते हैं। इसलिए इस खेल को जल्लीकट्टू के नाम से जाना जाता है। भारतीय लोग इंसानो को, प्राणी जीव को देवता बनाते हैं और वह जीव जिन्हें देवता बनाया गया है वह कुछ गलत करे...

आदर्श नगरसेवक

 सभी लोग अपनी अपनी तरह से आदर्श नगरसेवक की व्याख्याएं बताते है और बताएंगे , आदर्श नगरसेवक से अपेक्षाएँ बताऐंगे पर इन सबसे ज्यादा जरुरी बात यह है की निर्वाचन आयोग और लोग नगरसेवक के लिए नामांकन भरनेवाले व्यक्ति से  धर्म,  जाती का प्रमाणपत्र ना मांगे और जो व्यक्ति नगरसेवक का नामांकन भर रहा है उस व्यक्ति के विचार और आचरण को महत्व दे। उसके धर्म, जाती का लोकतंत्र में कोई महत्व नही है। आदर्श नगरसेवक वह व्यक्ति है जो सबसे प्रथम धर्म, जाती से मुक्त हो। इलाके और समाज में मौजूद समस्याओं की उसे जानकारी हो तथा वह उस समस्या को दूर करे।  सत्त्ता पक्ष और विपक्ष की लड़ाई में जनता को तकलीफ ना दे।लोकतांत्रिक मूल्यों का वह सही ढंग से पालन करता हो तथा धार्मिक कार्यक्रमो व उसकी बात करने के बजाय विकास , सभी की एकता  को महत्व देता हो।

रुपयों की ताकत के सामने न्याय की हार

भारत में हमेशा वर्गीकरण किया जाता है और न्याय देते हुए पक्षपात किया जाता है। कई बार बेगुनाह को सजा मिलती है लेकिन दोषियों को सजा नहीं मिलती ।सलमान खान के मामले में यही हुआ है। आर्म्स एक्ट मामले में सलमान खान को जोधपुर की कोर्ट ने 18 साल बाद बरी किया है। सलमान खान को कोर्ट ने संदेह का लाभ देकर बरी किया है। कोर्ट में हिरण के मृत्यु की रिपोर्ट भी पेश की गयी थी। पर जज ने कहा, ''प्रॉसिक्यूशन यह साबित नहीं कर पाया कि 51 साल के सलमान के पास एक्सपायर्ड लाइसेंस वाला हथियार मौजूद था और उसका इस्तेमाल हुआ था और साथ ही कोई और ठोस सबूत पेश नहीं कर पाया ।सलमान के बरी होने से उनके चाहनेवाले खुश है लेकिन सलमान और उनके चाहनेवाले यह भूल गए की न्याय सभी के लिये एक जैसा होना आवश्यक है। सलमान ने अगर सच में गुन्हा किया है तो सलमान को सजा मिलनी चाहिए पर ऐसा हुआ नहीं। ना सलमान खुद को दोषी मान रहे है और ना ही उनके चाहनेवाले और कोर्ट उनको दोषी मान रहे है। रुपयों की ताकत के सामने न्याय पराजित हुआ ।

चुनावी नाटक

समाजवादी दल में जो कुछ हुआ उससे यही सामने आता है की यह सब चुनावो के मद्देनजर किया गया एक नाटक था।  बेटे- पिता के रिश्तों की झूठी दरार को नाटक की तरह पेश कर बेवजह इससे महत्व दिया गया। अखिलेश यादव के कार्यकाल से ज्यादातर समर्थक खुश थे और इसीका नतीजा रहा की मुलायम को अखिलेश का निलंबन वापस लेना पड़ा  मुलायम ने सायकल के निशान पर अपना वर्चस्व दिखाने की कोशिश की पर चुनाव आयोग ने सायकल चुनाव चिन्ह पर अखिलेश के पक्ष में फैसला दिया। इन सारी बातो से यह भी साबित हो रहा है की अब मुलायम जी को अखिलेश यादव जी के हाथो में कमान देनी होगी। इतना सब नाटक करने के बजाय पहले ही अखिलेश को कमान दे देनी चाहिये थी। इसमें न सिर्फ मिडिया ने टीआरपी हासिल करने की कोशिश की बल्कि नेता भी अप्रत्यक्ष रूप से यही करते नजर आये  । 

देव-देवी

1- My Thoughts- 99% लोक म्हणतात कि देव आहे. त्याच्या इच्छेने सर्व होते. तो/ ती  सर्व शक्तिमान आहे पण या घटना सिद्ध करतात कि देव ही फक्त संकल्पना असून लोक त्याचा स्वतःच्या स्वार्थासाठी वापर करतात. जर 99% लोकांच्या प्रमाणे देवा/ देवी असते तर किमान अशा घटना घडल्या नसत्या. या बातमीने कळते कि ती फक्त दगडाची मूर्ती आहे. http://abpmajha.abplive.in/ videos/sangli-robbery-in- yallama-temple-near-vita- 345761 2-My Thoughts-  माणसाला देव/देवी मानून हिंसा करणे मुळात चुकीचे आहे माहित असून सुद्धा लोक या गोष्टीत कोणता ही विचार न करता हिंसा करतात. हिंसा करणाऱ्या लोकांच्या दृष्टीने हे चांगले आहे  कि  काही लोक समजूतदार असल्याने त्यांच्या प्रमाणे हिंसा न करता नैतिक गुण आणि न्यायिक प्रक्रियांच्या आधारे लढतात http://www.loksatta.com/ maharashtra-news/mohsin- shaikh-murder-case-bail- granted-to-3-accused-bombay- hc-cites-his-religion-as- provocation-1385697/ या दोन घटना विचार करायला लावतात . 

चिमुरडीवर बलात्कार आणि हत्या प्रकरणात तीन संशयीतांना अटक

चा र दिवसापूर्वी ओम साई इंडस्ट्रियल इस्टेट परिसरात एक चिमुरडीचा मृतदेह आढळून आला होता.या मुलीचा मृतदेह पोलिसांनी ताब्यात घेऊन शल्यचिकित्सेसाठी पाठवला होता. पण मुलीचा मृतदेह अर्धनग्न अवस्थेत आढळल्याने लैंगिक अत्याचार झाला असल्याची शंका व्यक्त केली जात होती.   या चारवर्षीय मुलीवर बलात्कार करुन हत्या केल्याच्या प्रकरणात पोलिसांनी तीन संशियतांना अटक केली आहे. चिमुरडीला चॉकलेटचे आमिष दाखवून तिचे अपहरण करण्यात आले होते  व बलात्कार करुन हत्या करण्यात आली होती. अशी माहिती आहे. हे कृत्य तिच्या कुटुंबियांच्या ओळखीच्या व्यक्तीने केले आहे असा संशय होता. त्यानुसार  पोलीस  या घटनेचा तपास करत होते. पोलिसांनी कुटुंबियांनी दिलेल्या माहितीच्या आधारे तपास करत असताना 24 वर्षीय संशयित   तरुणाला ताब्यात घेतले. चौकशीमध्ये त्याने आपण मुलीची हत्या केली असल्याचे कबूल केले. पोलिसांनी तरुणाच्या इतर दोन मित्रानांही अटक केली आहे. इतर दोन जणांनी  पुरावा नष्ट करण्यास मदत केली होती. त्यामुळे त्यांना देखील अटक करण्यात आल्याचे पोलिसांनी सांगितले.

सेंद्रिय शेतीतून पिकवलेली भाजी थेट बाजारा

शेतकऱ्यांना शेतमालाला योग्य दाम मिळत नाही त्यामुळे त्यांना नुकसानीची चिंता होत असताना भाईंदरमधील एका तरुणाने सर्व शेतकऱ्यांसमोर आदर्श निर्माण केला आहे.  भाईंदर मध्ये राहणारे अनिल नौटियाल यांनी सेंद्रिय शेती करून पिकवलेला भाजीपाला थेट ग्राहकांपर्यंत पोहचवला आहे. अनिल यांची किसान समाज नावाची गाडी भाईंदर पश्चिम पोलीस ठाण्याच्या नाक्यावर आहे. या गाडीवर स्वस्त दरात भाजी मिळत असल्याने भाजी लवकर विकली जात आहे.  अनेक चित्रपट, मालिका, माहितीपटांच्या चित्रीकरणासाठी भाईंदर परिसरात जागा उपलब्ध करून देण्याचे काम अनिल नौटियाल करतात. मात्र एक शेतीविषयक कार्यक्रमाच्या वेळी  जमीन उपलब्ध करून दिल्यावर आणि शेतीविषयक कार्यक्रमाच्या शूटिंगच्या वेळी अनिल यांना शेती करण्याची प्रेरणा मिळाली. त्यानंतर त्यांनी  स्वताला  शेतीच्या कामात झोकून दिले. जमिनीचे मालक गणेश सावंत यांच्याशी त्यांनी शेतीविषयक चर्चा केली व भागीदारीत शेती करण्यास सुरुवात केली.  अनिल यांनी शेतीसाठी आवश्यक असलेली बीजे खरेदी केली. त्यांनी केवळ शेण खताचा वापर करत सुमारे पाच हजार एकर क्षेत्रात वेगवेगळया प्रका...

शंकर नारायण महाविद्यालय में प्राध्यापक ने की छात्रा से छेड़छाड़

भाईंदर - महिलाओं के साथ होनेवाले छेड़छाड़ ,अत्याचार के घटनाओ के खिलाफ विरोध सभी जगहों से जारी है ,पर दूसरी ओर महिलाओं  के साथ दुर्व्यवहार में कमी नहीं दिख रही है । मीरा-भाईंदर के लोकप्रिय व प्रतिष्ठित महाविद्यालय  शंकर नारायण में छात्रा  के साथ  छेड़छाड़ का मामला सामने आया है ।  महाविद्यालय में  21 वर्षीय छात्रा के साथ महाविद्यालय के प्राध्यापक ने  छेड़छाड़ की ।  लिफ्ट में 21 वर्षीय  छात्रा के साथ छेड़छाड़ के मामले में  52 वर्षीय प्राध्यापक को गिरफ्तार किया गया पर कुछ समय बाद उन्हें ठाणे न्यायालय से जमानत मिली और वह रिहा हुए । शंकर नारायण महाविद्यालय में सांस्कृतिक महोत्सव सुरू है और इस महोत्सव में  मुंबई,ठाणे, पालघर से  विविध संस्थांओं के  विद्यार्थी शामिल हुए है। इसी महोत्सव के दौरान प्राध्यापक ने छात्रा को गलत ढंग से छुआ। इसके बाद छात्रा ने इसकी जानकारी अपने पिता को दी। इस घटना से गुस्साए पिता ने महाविद्यालय में तोड़फोड़ की। छात्रा से छेड़छाड़ करनेवाले इस प्राध्यापक को पुलिस ने गिरफ्तार किया पर न्यायाल...

सैन्य प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल ?

भारतीय सेना के शौर्य और क्षमता को दुनिया भर में सराहा जाता है।  सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारतीय सेना के बहादुरी और कार्यक्षमता की चर्चा हुयी। भारतीय सैनिको पर हमलो के बीच बीएसएफ के जवान का एक विडियो काफी लोकप्रिय हुआ था।  उस विडियो को बनानेवाले जवान ने इस बार एक ऐसा विडियो शेअर किया जिससे सेना की नींद उड़ गयी और अब सेना के कामकाजी शैली पर सवाल उठ रहे है। जवान ने सोशल मीडिया पर चार वीडियो अपलोड करके जवानों को दिए जाने वाले भोजन के संबंध में आरोप लगाए हैं । वीडियो में सेना को दिए  जानेवाले भोजन को दिखाया गया है । जवान ने जली हुई रोटियों का जो एक विडियो सोशल मीडिया पर डाला है,उसके अपलोड होने के चौबीस घंटे के भीतर  उसे पैंसठ लाख बार देखा गया। करीब आठ हजार लोगों ने गुस्से और हैरानी भरी प्रतिक्रिया दी है। इस वीडियो में वह जवान यह कहते हुए दिखाई पड़ रहा है कि ‘इसके बाद शायद मैं रहूं या न रहूं। अधिकारियों के हाथ बहुत बड़े हैं। वो मेरे साथ कुछ भी कर सकते हैं।’सोशल मीडिया पर शेअर इस वीडियो को गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी ने गंभीरता से लेते हुए गृहसचिव से रिपोर्ट तलब की और ट्...

धोनीमय सामना

धोनी हे कधीच विक्रमांच्या मागे धावत नाहीत म्हणून विक्रम त्यांच्या मागे धावत असतात याचा प्रत्यय पुन्हा सर्वांना पाहायला आणि अनुभवायला मिळाला .  सर्वात यशस्वी कर्णधार, ज्यांनी  भारताला दोन विश्वचषक जिंकून दिले त्या महेंद्रसिंग धोनीनां अखेरचे नेतृत्व करताना पाहण्याचा विलक्षण योग अनुभवण्यासाठी ब्रेबॉर्न स्टेडियमवर मंगळवारी क्रिकेटरसिकांची एकच गर्दी लोटली होती.  ब्रेबॉर्न स्टेडियमवर सुरु असलेला भारत ‘अ’ विरुध्द इंग्लंड सराव सामना ऐन रंगात असताना पहिल्या डावातील 46 वे षटक झाल्यानंतर एका धोनी चाहत्याने सुरक्षाजाळीवरुन उडी मारुन मैदानात धाव घेतली. यावेळी खेळपट्टीवर असलेल्या धोनी - पांड्या यांचेही लक्ष वेधले गेले. या चाहत्याने खेळपट्टीवर येताच धोनीच्या पाया पडल्या आणि त्यांच्याशी  हस्तांदोलन केले. या चाहत्याला लगेच मैदानाबाहेर काढण्यात आलं.मैदानाबाहेर नेत असताना क्रिकेटप्रेमींमध्ये मात्र तो हीरो ठरला होता.  कॅप्टन कूल महेंद्रसिंह धोनीचा हा शेवटचा सामना पाहण्यासाठी क्रिकेटरसिकांनी मोठी गर्दी केली होती . टीम इंडियाचे  माजी कर्णधार महेंद्रसिंग धोनी या सामन्यात भारत...

नोटबंदी को लेकर RBI गवर्नर उर्जित पटेल से संसद की लोक लेखा समिति के सवाल

नोटबंदी के फैसले के बाद  हर दिन लिए गए नए फैसले सभी को परेशान कर रहे थे पर सरकार ,आरबीआई यह कहते हुए फैसले सुना  रहे थे की इससे सभी का भला होगा। नोटबंदी के फैसले के बाद अब नोटबंदी के फैसले की समीक्षा के लिए संसद की लोक लेखा समिति ने वित्त मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों समेत रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर उर्जित पटेल को 28 जनवरी को अपने समक्ष पेश होने के लिए तलब किया था। समिति ने पटेल से नोटबंदी का फैसला लेने में केंद्रीय बैंक की भूमिका, अर्थव्‍यवस्‍था पर प्रभाव और आरबीआई गवर्नर के रेगुलेशंस में पिछले दो महीनों में आए बदलाव पर जानकारी मांगी है। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता केवी थॉमस अध्यक्षता वाली इस समिति ने आरबीआई गर्वनर से 10 सवाल पूछे हैं.'इंडियन एक्सप्रेस' की खबर के मुताबिक ये सवाल 30 दिसंबर को भेजे गए. 10 सवाल ये हैं... 1. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने सदन में कहा है कि नोटबंदी का फैसला आरबीआई और इसके बोर्ड ने लिया. सरकार ने इस सलाह पर निर्णय लिया. क्‍या आप सहमत हैं? 2. आरबीआई ने कब तय किया कि नोटबंदी भारत के हित में हैं? 3. रातों-रात 500 और 1000 के नोट बंद करने ...

नाशिकमध्ये 800 दुकानं जमीनदोस्त , अतिक्रमणविरोधी इतिहासातील सर्वात मोठी कारवाई

नाशिक महापालिकेच्या अतिक्रमणविरोधी पथकाने आज भंगारबाजारात सर्वात मोठी अतिक्रमण विरोधी मोहीम राबवली आहे. आज सकाळी 9 वाजताच्या  दरम्यान अंबड-सातपूर लिंकरोडवरील अतिक्रमित भंगारांची दुकाने हटविण्यास सुरवात झाली. यात जवळपास 800 पेक्षा जास्त दुकानं जमीनदोस्त झाली आहेत. या कारवाईवेळी महापालिकेनं मोठा पोलीस बंदोबस्तही ठेवला होता.  गेल्या 17 वर्षांपासून नाशिकच्या अंबड लिंक रस्त्याच्या 100 एकरावरील 30 ते 40 एकर परिसरात  भंगार मार्केट पसरलेलं आहे.  बेकायदा दुकाने आणि कारखान्यांना खाली करण्याचे आदेश महापालिकेकडून देण्यात आले  होते.  यासाठी महापालिकेकडून वेळोवेळी मुदत वाढ दिली गेली.  2015 साली न्यायालयानं भंगार बाजार हलवण्याचे आदेश दिले होते. त्यानंतर भंगार बाजारातील दुकानांना पालिकेनं अनेक वेळा नोटीस बजावली होती. मात्र, या आदेशानंतरही या परिसरातील बेकायदा दुकाने, कारखाने हटवण्यात आली नाहीत.त्यामुळे 30 ते 40 एकर परिसरात पसरलेलं भंगार मार्केट आज पालिकेनं जमीनदोस्त केलं आहे. महापालिका इतिहासातील ही सर्वात मोठी कारवाई असल्याचं सांगितलं जात आहे. उत्तर प्रदेश, बि...

काळा रुपये धारकांना आणखीन एक धक्का

काळा रुपया  धारकांच्या मुसक्या आवळण्यासाठी केंद्र सरकारने आता आणखीन  एक निर्णय घेतला आहे. नरेंद्र मोदी यांनी नोटबंदीचा निर्णय घेऊन सर्वाना आश्चर्याचा धक्का दिला होता.  नरेंद्र मोदी यांच्या सरकारने नोटबंदीनंतर ही  काळ्या रुपया वाल्यांचा त्रास कमी करण्याच्या  ऐवजी अजून वाढवला  आहे. काळा रुपया  धारकांच्या मुसक्या आवळण्यासाठी नोटाबंदीनंतर 9 नोव्हेंबर ते 30 डिसेंबरदरम्यान ज्या खात्यांमध्ये 2.5 लाखांहून जास्त रक्कम जमा करण्यात आली आहे अशा  खात्यांचा तपशील बँका आणि पोस्ट खात्याकडून आयकर विभागाने मागितला आहे. केंद्र सरकारकडून मुदत ठेवी आणि बचत खाती सोडून सर्व खात्यांसाठी पॅनकार्ड किंवा फॉर्म 60 देणे बंधनकारक करण्यात आले आहे. यासाठी 28 फेब्रुवारीपर्यंत मुदत देण्यात आली आहे. 1 एप्रिल ते 9 नोव्हेंबरपर्यंतच्या व्यवहारांची माहितीही मागवण्यात आली आहे. 31 जानेवारीपर्यंत ही माहिती देणं बंधनकारक असणार आहे.  पंतप्रधान नरेंद्र मोदींनी पाचशे आणि हजार रुपयांच्या जुन्या नोटा चलनातून बाद केल्यानंतर काळा रुपया  बाळगणाऱयांना चांगलाच धक...

नारी सन्मान की जरुरत

नारी यानी शक्ति , उम्मीद।वह   माँ , बहन , पत्नी , दोस्त इन अनेक रूपों  में हमारे साथ मौजूद रहती है।  नारी के इस रूप को भारत में देवी की तरह पूजा जाता है।  सच कहे तो पूजने के बजाए  उसके प्रति आदर होना अच्छा है और उसके अच्छे विचारों  को जीवन में शामिल करना बेहतर है।  महिलाओं  के सशक्तीकरण की बात हर कोई करता है, उनका आदर करने की बात भी हर कोई करता है किन्तु सचाई इसके विपरीत है। आधुनिक , बेहतर कहे जानेवाले इस समाज में आज भी कुछ लोग ऐसे है जो अज्ञानी जीवन जी रहे है।  जब महिला सम्मान की बात की जाए तो यह लोग समाज में हम सभी को  दिख ही  जाते है।  भारत सिर्फ कहने के लिए आधुनिक हुआ है।  वास्तव भारत अभी भी एक मर्यादित विचारधाराओं  में फसा हुआ है।  भारत में हमेशा महिलाओं को राय दी जाती  है की ऐसे कपडे मत पहनो , इस तरह का रहनसहन मत रखो ।समाज के कुछ लोग, नेता, संत यह राय देते है की महिलाओं के कपडे के कारण , रहनसहन के कारण अत्याचार , छेड़छाड़ की घटनाएं होती है , लेकिन यह लोग यह नहीं देख पाते की यह उनकी छोटी सोच को दर्शात...

महेंद्रसिंह धोनीने सोडले एकदिवसीय आणि ट्वेन्टी-२० संघाचे कर्णधारपद

कॅप्टन कूल क्रिकेटपटू महेंद्रसिंह  धोनीने सर्वाना आश्चर्याचा धक्का दिला आहे. टीम इंडियाच्या कॅप्टन कूल महेंद्रसिंह धोनीने कर्णधारपद सोडण्याचा निर्णय घेतला आहे. कर्णधारपद सोडले असले तरी महेंद्रसिंह  धोनी वन डे आणि टी20 मध्ये खेळाडू म्हणून खेळत राहणार  आहे.  बीसीसीआयने (भारतीय क्रिकेट नियामक मंडळाने)एका प्रसिद्धीपत्रकातून ही माहिती दिली आहे.त्यामुळे आता धोनीची जागा कोण घेणार, याकडे सगळ्यांचे लक्ष लागले आहे.धोनी कर्णधारपदावरुन पायउतार झाल्यानंतर त्याची जागा कोण घेणार, याबाबत अधिकृत घोषणा झालेली नाही.इंग्लंडविरोधात होणाऱ्या वनडे मालिकेसाठी उद्या टीम इंडियाची निवड होणार आहे. या सिलेक्शनसाठी महेंद्रसिंह धोनी उपलब्ध असेल. वनडे मालिकेसाठी विराट कोहलीकडे कर्णधारपद जाण्याची शक्यता वर्तवली जात आहे.महेंद्रसिंह धोनी हा टीम इंडियाचा सर्वात यशस्वी कर्णधार मानला जातो. महेंद्रसिंह  धोनीच्या नेतृत्त्वाखाली टीम इंडियाने 2007 साली दक्षिण आफ्रिकेमध्ये ट्वेन्टी-  20 विश्वचषक, 2011 साली भारतातील विश्वचषक,  2013 मध्ये इंग्लंडमधील चॅम्पियन्स ट्रॉफी, 2015 विश्वचषक मधी...

महिलेने RBI च्या गेटसमोर उतरवले कपडे

31 मार्चपर्यंत आरबीआयच्या निवडक शाखांमध्ये नोटा बदलून मिळणार आहेत. याचा आधार घेत एक महिला तिच्या जुन्या नोटा आरबीआयमधून बदलून घेण्याचा प्रयत्न करत होती. पण जुन्या नोटा बदलून मिळत नसल्याने निराश झालेल्या या गरीब महिलेने कपडे उतरवून आपला निषेध व्यक्त केला.ही महिला तिच्या मुलासोबत  आरबीआय  बँकेच्या कार्यालयात जुन्या नोटा बदलून घेण्यासाठी आली होती. नोटा बदलून घेण्यासाठी आलेल्या या महिलेला याठिकाणच्या सुरक्षारक्षकांनी बँकेत जाऊ दिले नाही व   तिला बाहेर काढले.  त्यानंतर या महिलेने सरळ अंगातले कपडे काढले व पुन्हा  आरबीआय  बँकेच्या गेटसमोर जाऊन बसली. तिथे असलेल्या सुरक्षारक्षकांना , प्रत्यक्षदर्शींना महिलेची ही कृती पाहून धक्काच बसला. महिलेच्या या कृत्यामुळे  याठिकाणी पोलिसांना  बोलाविण्यात आले. पोलिसांनी या महिलेला आणि तिच्या मुलाला पोलीस ठाण्यात नेले. हा प्रकार घडला ते  आरबीआय  बँकेचे कार्यालय संसदेपासून हाकेच्या अंतरावर आहे.जुन्या नोटा बदलून घेण्यासाठी अनेक ज्येष्ठ नागरीक आरबीआय बँकेत आले होते. नोटबंदी नंतर रुपये बदलवून घेण्यासाठी किंवा ...

बीसीसीआयचा अध्यक्ष बनण्यासाठी मी दावेदार नाही - सौरव गांगुली

          बीसीसीआयचे अध्यक्ष अनुराग ठाकूर व  चिटणीस अजय शिर्के यांना लोढा समितीच्या शिफारशीनंतर सुप्रीम कोर्टाने पदावरुन हटवलं आहे. अनुराग ठाकूर यांच्या अध्यक्षपदावरून हटण्याने पुढील अध्यक्ष कोण याची चर्चा सुरु झाली आहे. अध्यक्षपदासाठी सौरव गांगुलीचे नाव पुढे येत होते. पूर्व क्रिकेटपटू व   महान फलंदाज सुनील गावस्कर यांनी बीसीसीआयचे अंतरिम अध्यक्ष म्हणून भारताचा माजी कर्णधार सौरव गांगुलीच्या नावाचे समर्थन केले होते ,   त्यांनी एका वृत्तवाहिनीला दिलेल्या मुलाखतीत   सौरव गांगुलीच्या नावाचे समर्थन केले होते. सुनील म्हणाले होते कि     1999-2000   मध्ये भारतीय क्रिकेट संघ मॅच फिक्सिंगमध्ये अडकला होता   ,  त्यावेळी गांगुलीकडे भारतीय संघाचे नेतृत्व सोपविण्यात आले होते आणि त्याने कुठलेही दडपण न   घेता सर्व काही बदलून दाखवलं ,”   त्यामुळे या पदासाठी सौरव गांगुली हेच नाव कायम माझ्या मनात येतं. सुनील गावस्कर यांनी जरी सौरव गांगुलीला समर्थन केले असले तरी   सौरव यांनी यावर प्रतिक्रिया देताना सांगितले कि बी...

व्हॉट्सअॅपवरील बनावट फाईलवर क्लिक केल्यास धोका

मुंबई: सोशल मीडियाचा वापर माहिती साठी , एक दुसऱ्यांशी बोलण्यासाठी केला जातो व या सोशल   मीडियाच्या आधारे फोटो शेअर केले जातात. सोशल मीडियाचे व्हॉट्सअॅप हे यासाठी प्रसिद्ध आहे. पण आता या सोशल मीडियाच्या सर्वात लोकप्रिय असलेल्या व्हॉट्सअॅपवर फोटो , व्हिडिओ आणि इतर फाईल शेअर  करणे धोकादायक ठरू शकते. व्हॉट्सअॅपवर बनावट एक्सल फाईलच्या आधारे बँक अकाउंटची माहिती चोरल्याची धक्कादायक घटना समोर आली आहे. व्हॉट्सअॅपवरील अनेक लिंकमध्ये व्हायरस असतं. हॅकर्सनं   याचाच   वापर करुन यूजर्सची माहिती चोरण्याचा प्रयत्न केला आहे. एनडीए किंवा एनआयएची    लिंक   असल्याचं यूजर्संना वाटल्याने   यूजर्स     व्हॉट्सअॅपवरील   NIA आणि NDAच्या  फाईलवरील NDA-ranked-8th-toughest-College-in-the-world-to-get-into.xls’ आणि ‘ NIA-selection-order-.xls’. या लिंक वर क्लिक करतात. या बनावटी फाईल असल्याने  या बनावट फाइलवर क्लिक केल्यास यूजर्सच्या स्मार्टफोनमधील बँकेचा  ऑनलाईन अकाउंट आणि पीन क्रमांक सहजपणे चोरीला जातो. त्यामुळे यूजर्संना सावधान राहण...